सर्दियों के मौसम में हर तरफ हरियाली का खुशनुमा माहौल होता है, इसे बहुत ही सुहावना मौसम माना जाता है, लेकिन इस मौसम में अगर सर्दी जुकाम हो जाए तो बहुत तकलीफ होती है। लेकिन कुछ लोगों को किसी भी मौसम में या अक्सर सर्दी जुकाम होना भी आम बात है। जिसकी वजह कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।
सर्दी-जुकाम के मुख्य लक्षण: सर्दी में नाक से पानी बहना, गले में खराश होना, नाक में खुजली होना, नाक बंद होना, खांसी, छींक आना, बुखार आना, सिर में दर्द एवं भारीपन महसूस होता है।
सर्दी जुकाम, खांसी, यदि बड़े लोगों को हो जाए तो, कुछ हद तक बर्दाश्त किया जा सकता है, लेकिन जब छोटे बच्चे बीमार हो जाते हैं तब ज्यादा तकलीफ होती है। क्योंकि छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होती है। और इस तरह की समस्याओं के लिए बार-बार दवाइयां खाना, लिवर के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है।
सर्दी-जुकाम क्या है, सर्दी जुकाम होने के क्या कारण हैं?
सर्दी जुकाम हमारे श्वसन तंत्र में संक्रमण होने के कारण उत्पन्न होने वाला रोग है। इसमें किसी व्यक्ति की नाक या गला ही नहीं बल्कि पूरा शरीर प्रभावित होता है। आम तरह से जुकाम होने का कारण राइनो वायरस का संक्रमण होता है। सामान्य जुकाम वायरस के संक्रमण के कारण होता है।
अक्सर जुकाम होने या बार बार सर्दी जुकाम होने की वजह ये भी हो सकती है कि आप, अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आते होंगे जिसे पहले से ही सर्दी जुकाम होगा, और उसके वायरस से आप बहुत जल्दी संक्रमित हो जाते हैं।
आपको अपना एलर्जी टेस्ट भी कराना चाहिए, सर्दी जुकाम बार बार होने की एक और वजह हो सकती है, वो है धूल मिट्टी, धुआं, या प्रदूषण जिसे आपका शरीर प्रभावित होता है।
सीधे शब्दों में कहें तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, जो कि इस तरह के वायरस से नहीं लड़ सकता।
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सर्दी-जुकाम का घरेलू उपचार
तो चलिए आज हम इसी विषय पर बात करते हैं, और आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपचार, जिन्हें आप कभी भी, किसी भी मौसम में इस्तेमाल कर सकते हैं, और सर्दी जुकाम से छुटकारा पा सकते हैं।
गुड़ और हल्दी सर्दी खांसी के लिए
सर्दी, खांसी, होने पर गुड़ और हल्दी को अच्छी तरह से मिलाकर गोली बना लें, (25 ग्राम गुड़ में 5 ग्राम हल्दी) अब रात में सोने से पहले उस गोली को खाएं, लेकिन उसे खाने के बाद पानी नहीं पीना है। दांतों को साफ करने के लिए पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। गुड़ और हल्दी का ये मिश्रण सर्दी खांसी के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
सर्दी खांसी के लिए अदरक और शहद
ये बात तो आप जानते हैं कि, अदरक की तासीर बहुत गर्म होती है, लेकिन यह कम लोग ही जानते होंगे कि अदरक वायरल इन्फेक्शन से लड़ने में बहुत मददगार होता है, इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले अदरक के एक छोटे पीस को बारीक कर लें, अब उसे आधा गिलास पानी में डालकर उबालें, जब पानी एक कप की मात्रा में बचे, तब उसे एक कप में छान लें, अब उसे थोड़ा ठंडा होने दें, इस कुनकुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाएं, अब इसे चाय की तरह से दिन में दो से तीन बार पीने से सर्दी खांसी में आराम मिलता है।
हल्दी का दूध
सर्दी होने पर हल्दी का दूध भी बहुत लाभदायक होता है, हल्दी में एंटी बैक्टीरियल, गुण होने के साथ साथ एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी वायरल जैसे कई तत्व होते हैं जो वायरल इंफेक्शन से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं। इसलिए रात को सोने से पहले दूध को हल्का गर्म करें, फिर उसके बाद उस दूध में हल्दी पाउडर डालकर अच्छी तरह उबालें, थोड़ा ठंडा कर के पिएं, इससे भी सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
शहद और ब्रांडी
ब्रांडी एक खास तरह शराब होती है, जो शरीर गर्म करने के लिए जानी जाती है। ब्रांडी बड़ों के लिए 10 ml. और छोटे बच्चों के लिए 5 ml. इसके साथ बराबर मात्रा में शहद मिक्स करके पीने से सर्दी जुकाम में बहुत ज्यादा आराम मिलता है। अगर आप सिर्फ ब्रांडी पीते हैं तब भी ये बहुत फायदेमंद होती है।
शहद और नींबू
सर्दी होने पर नींबू का सेवन नहीं किया जाता, लेकिन अगर इसका इस्तेमाल शहद में मिलाकर करा जाए तो यह फायदेमंद होता है, इसके लिए एक चम्मच शहद में नींबू के रस की तीन-चार बूंद डालें, उसके बाद एक चुटकी इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं, इस मिश्रण को थोड़ा-थोड़ा चाटना चाहिए, ऐसा दिन में तीन से चार बार करने से सर्दी खांसी में जल्दी आराम मिलता है।
अलसी, नींबू और शहद
अलसी के बीजों को एक कप पानी में डालकर मोटा होने तक उबालें उसमें आधा नींबू का रस और एक चम्मच शहद को मिलाकर इसका सेवन करने से सर्दी जुकाम और खांसी से आराम मिलता है।
गर्म पानी और नमक
सर्दी और खांसी होने पर गले में खराश जरूर होती, जिसकी वजह से कुछ भी निगलने में गले में बहुत तकलीफ होती है, इसे गले की खराश और दर्द को दूर करने के लिए पानी में स्वादानुसार नमक डालकर उबालें, अब उसे थोड़ा ठंडा करके गुनगुने पानी से गरारे करने से गले से कफ हटाने में बहुत मदद मिलती है, ऐसा दिन में तीन से चार बार करने से बहुत जल्दी आराम मिलता है।
सर्दी जुकाम में लहसुन
लहसुन भी सर्दी खांसी के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इसके लिए 4-5 लहसुन की कलियों को गाय के घी में अच्छी तरह से भून लें और इसे गर्म-गर्म ही खाएं। इसका स्वाद थोड़ा खराब लगेगा, लेकिन यह जुकाम में फायदा पहुंचाता है। लहसुन एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल होता है, इसलिए यह सर्दी-जुकाम जैसे संक्रामक रोग को दूर करता है।
काढ़ा या मसाले दार चाय
सर्दी खांसी होने पर सुबह उठते ही ब्लैक टी (काली चाय), दूध की चाय, ग्रीन टी की बजाय काढ़ा या मसाले दार चाय पीने से बहुत सारे फायदे होते हैं। इस चाय को बनाने में काली मिर्च पाउडर, तुलसी के पत्ते, अदरक, लौंग, हल्दी और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है, इन सभी सामग्री को मिलाकर अच्छी तरह से उबालें और फिर उसे छान लें, इस चाय को भी दिन में कम से कम दो बार और एक बार सोने से पहले पीना बहुत ही लाभदायक होता है।
काली मिर्च
सर्दी खांसी में साथ बलगम/कफ भी है, एक चम्मच काली मिर्च पाउडर को देसी घी के साथ मिलाकर खाने से कफ की समस्या में आराम मिलता है।
गरम पानी में विक्स वेपोरब या झंडू बाम की भाप
गरम पानी में विक्स डालकर उसकी भाप लेने से सर्दी जुकाम, खांसी में आराम मिलता है, इसके लिए एक पतीले में थोड़े पानी को अच्छी तरह से गर्म कर लेना है अब उस गर्म पानी में थोड़ी सी विक्स वेपोरब या झंडू बाम डालकर उसकी भाप सुबह, दोपहर और रात में सोने से पहले लेना बहुत ही फायदेमंद होता है।
सरसों का तेल
सर्दी जुकाम में रात को सोते समय नाक के दोनों छेद में कम से कम 2-2 बूंदे सरसों के तेल डालकर सोना चाहिए। ऐसा करने से सर्दी में तो आराम मिलता ही है साथ में नाक से संबंधित अन्य किसी भी प्रकार का कोई रोग नहीं होता है।
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