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कान के दर्द का घरेलू इलाज, और जानिए कान दर्द के कारण क्या क्या हैं

कान के दर्द का घरेलू इलाज: कान का दर्द बहुत असहनीय होता है, कान का दर्द कई बार मौसम में होने वाले बदलाव के कारण भी होता है, तो कुछ लोगों को सर्दी जुकाम की वजह से भी हो सकता है। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं, कान दर्द के कारण कौन कौन से हैं और, कान के दर्द का घरेलू उपचार/इलाज क्या है। 
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कान दर्द के कारण (Causes of ear pain)

कान में दर्द किसी भी एक या कोई खास वजह से नहीं होता है। कान में दर्द होने के बहुत से कारण हो सकते हैं, जैसे सर्दी जुकाम की वजह से, कान में धूल मिट्टी जमा होना, कान में फंगस उत्पन्न होने की वजह से, नहाते समय कान में साबुन या शैंपू का झाग चले जाने की वजह से भी हो सकता है। कान दर्द कई बार मौसम में होने वाले बदलाव के कारण भी होता है।
कान में साबुन या शैंपू के चले जाने से अंदर ही अंदर यह गंभीर समस्या बन जाता है, इसलिए इस बात का पूरा ध्यान रखें कि नहाते समय ऐसा न होने पाए। 

नहाते समय या फिर बारिश में भीगने की वजह से कान में पानी जाने से या वैक्स जमा होने की वजह से भी कान में दर्द रहता है।

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कान के दर्द का घरेलू उपाय/उपचार

कान में दर्द उठने का मुख्य कारण सर्दी जुकाम ही होता है। जिसकी वजह से यह दर्द, दिन या रात कभी भी अचानक से शुरू हो सकता है। इस स्थिति में आप कुछ घरेलू उपाय अपनाकर दर्द में राहत पा सकते हैं। 
तो चलिए जानते हैं कि, कान के दर्द का घरेलू इलाज क्या है? क्योंकि आम तौर पर लोग कान दर्द होने पर पहले घरेलू नुस्खे ही अपनाते हैं।

जानिए कान के दर्द का रामबाण इलाज

कान के दर्द में सरसों का तेल
सरसों का तेल कई तरह से पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है, सरसों का तेल कान में किसी भी तरह के इन्फेक्शन के लिए कारगर साबित होता है। कान दर्द होने पर सरसों के तेल को हल्का गर्म करके उसकी दो-चार बूंदे कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है। 

कान हल्के गर्म पानी से सेंकना 
कान में दर्द होने पर पानी को गुनगुना गर्म करें, अब एक सूती (Cotton) कपड़े के उस पानी में गीला करें, और फिर उसे निचोड़ कर कान के ऊपर रखें, कपड़ा ठंडा होने पर उसे दोबारा वैसा ही करें। लगभग पंद्रह मिनट तक इस तरह से सेंकने से कान के दर्द से आराम मिलता है। 

कान के दर्द में लहसुन
लहसुन में एंटी बैक्टीरियल गुण होता है, जिसकी वजह से ये कई तरह के संक्रमण से हमारा बचाव करता है, कान में दर्द होने पर लहसुन की दो कलियों को छीलकर छोटे छोटे टुकड़े कर लें, और उन टुकड़ों को 10 ml. सरसों के तेल में डालकर अच्छी तरह से गर्म करें, जब तक कि लहसुन पक न जाए। उसके बाद तेल को थोड़ा ठंडा कर लें, और उस गुनगुने तेल की दो-चार बूंदे कान में डालने से भी कान के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है।  

तुलसी के रस से दूर होता है कान का दर्द 
तुलसी की पत्तियों को रस निकाल कर कान में डालने से भी एक, दो दिन में ही कान का दर्द लगभग पूरी तरह से चला जाता है।

कान के दर्द में प्याज का रस
प्याज का रस भी कान के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कान में दर्द होने पर प्याज का रस निकाल लें, और उसकी 2-4 बूंदे कान में डालें, इससे भी कान के दर्द में आराम मिलता है। 

जैतून का तेल (ऑलिव ऑयल) कान दर्द में 
कान के दर्द में राहत पाने के लिए जैतून के तेल को हल्का गर्म करके कान में 3-4 बूंद डालने से भी कान के दर्द में आराम मिलता है।

अदरक का रस कान दर्द में 
अदरक भी कान के दर्द से आराम दिलाता है, इसके लिए अदरक का रस निकाल कर कान में 3-4 बूंद डालने से कान के दर्द में आराम मिलता है। या फिर अदरक को पीसकर उसे जैतून के तेल में मिलाएं और फिर छानकर उस तेल की 3-4 बूंद कान में डालने से भी आराम मिलता है। 

कान दर्द में पिपरमेंट 
पिपरमेंट की पत्तियों के रस निकाल कर उस रस की 3-4 बूँद कान में डालने से कान के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है। 

कान के दर्द में नीम
कान दर्द कम करने के लिए नीम भी बहुत लाभदायक होती है, नीम की पत्तियों का रस निकाल कर 3-4 बूँद रस कान में डालने से कान दर्द से राहत मिलती है, और किसी भी तरह के संक्रमण को भी समाप्त किया जा सकता है। 


ध्यान में रखें ये बात

1. यहां जो उपाय बताए गए हैं, उनसे कुछ देर तक ही आराम मिलता है। इसलिए कान का इलाज सही तरीके से करवाएं। 

2. कान साफ करने से पहले उसमें सरसों के तेल की 2-4 बूंदें डालें। और लगभग एक घंटा बाद ही कान साफ करें। 

2. बहुत से लोग कान साफ करने के लिए माचिस की तीली का इस्तेमाल करते हैं, जो कि बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है। 
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3. कान साफ करने के लिए बाजार में रुई से बने हुए इयरबड्स मिलते हैं, वो भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, क्योंकि कान का छेद और इयरबड्स की मोटाई लगभग एक समान ही होते हैं, जिससे कान की मैल बाहर आने की बजाए अंदर खिसक जाएगी, जिससे कानों से कम सुनाई देने लगता है, या कान में फोड़े-फुंसियां भी हो सकते हैं। इसलिए इस बात का पूरा ध्यान रखें कि इयरबड्स ज्यादा मोटी न हो।  

4. कान साफ करने के लिए कभी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल न करें।

5. अगर कान में फंगस जम गई है, या फिर कान का दर्द ऊपर बताए गए तरीके से कम नहीं होता है तो, उसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

6. कान दर्द या कान में किसी भी तरह का मर्ज हो तो, ऐसे रोगी को ठंडी चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

7. बहुत शोर मचाने वालों से, या फिर बहुत तेज ध्वनि करने या सुनने से बचना चाहिए। और ज्यादा ऊंची आवाज में बोलना या चिल्लाना भी नहीं चाहिए। 

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