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कोलेस्ट्रॉल के लक्षण, कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार का होता है, और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का आसान उपचार

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Cholesterols Symptoms and Treatment कोलेस्ट्रॉल के लक्षण, प्रकार और उपचार  

कोलेस्ट्रॉल के लक्षण, प्रकार और उपचार आदि के बारे में विस्तृत जानकारी, इसमें आंखों की रोशनी कम होना, हार्ट अटैक की संभावनाएं, दिमागी समस्याओं की संभावना, किडनी के कार्य करने की क्षमता भी प्रभावित होना और आंखों की रोशनी कम होना प्रमुख हैं। 

कोलेस्ट्रॉल के प्रकार 

कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है LdL और HDL

LDL कोलेस्ट्रॉल 

LDL Cholesterol का हमारे शरीर में होना अच्छा नहीं होता, यह कोलेस्ट्रॉल अंडा, मैदा, अधिक तला हुआ खाने और शराब आदि से बनने लगता है, जिसकी वजह से शरीर की नसें कमजोर पड़ने लगती हैं, और इसी कारण हार्ट से सम्बन्धित बीमारियों का खतरा बनने लगता है, इस खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) की वजह से हम खाने को अच्छी तरह से हजम नहीं कर सकते हैं, जबकि इसमें हमारा शरीर बाहरी रूप से देखने में पूरी तरह से स्वस्थ लगता है। 

HDL कोलेस्ट्रॉल 

यह Cholesterol हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि यह HDL कोलेस्ट्रॉल शरीर में बढ़ती या बढ़ी हुई चर्बी को कम करता है, और इससे हमारे द्वारा किया गया भोजन अच्छी तरह से हजम भी हो जाता है। 

बचाव 

इन सभी से बचने के लिए अगर हम संतुलित भोजन करते हैं, सैर करने के साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, फल फ्रूट अधिक खाते हैं, मीठा कम खाते हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि हम इस खराब कोलेस्ट्रॉल को बहुत कम या कंट्रोल कर सकते हैं।

और अगर शरीर में इस तरह के कोई भी लक्षण महसूस हों तो, तुरंत चिकित्सक/डॉक्टर से इस विषय में सलाह लेनी चाहिए या फिर अपना चेकअप करवा लेना चाहिए।

Cholesterol Symptoms and Treatment कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण

शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) अधिक जमा होने लगता है, तब व्यक्ति की आंखों के आस पास खून का संचार कम या बंद हो सकता है, जिसकी वजह से धीरे-धीरे व्यक्ति की आंखों की रोशनी कम होने लगती है, और यह पूरी तरह से खत्म हो सकती है। 

बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल किसी भी व्यक्ति में हार्ट अटैक की संभावनाओं को बहुत ज्यादा बढ़ा सकता है, कोलेस्ट्रॉल, हृदय (दिल) की खून संचार करने वाली नसों में जमा होता है, जिससे व्यक्ति के हृदय तक खून का संचार या आवागमन ठीक से नहीं होता, और इसी कारण दबाव बढ़ जाता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक या दिल का दौरा पड़ता है।

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जब भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल Cholesterol का स्तर बढ़ने लगता है, तब वह व्यक्ति की खून संचार नली/धमनियों में जमा होने लगता है, और इसी वजह से नसों में ब्लॉकेज का निर्माण होने लगता है, इसकी वजह से खून के लगातार संचार में बाधा उत्पन्न होती है, और परिणाम यह होता है कि व्यक्ति की आंखें, दिल, दिमाग के साथ साथ उसकी किडनी, आदि के कार्य करने की क्षमता भी प्रभावित होने लगती है।  

कोलेस्ट्रॉल की अधिकता के कारण मस्तिष्क (दिमाग) तक खून का संचार ठीक से नहीं हो पाने पर, मानसिक तनाव और कई अन्य मानसिक समस्याओं की संभावना भी बढ़ने लगती है।
खून का संचार प्रभावित होने से शरीर के लगभग सभी हिस्से प्रभावित होने लगते हैं, इससे किडनी में भी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। 

कोलेस्ट्रॉल के अधिक जमा होने से आंखों की तरफ खून संचार बंद भी हो सकता है और इसी वजह से धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कम होने लगती है, या फिर पूरी जा सकती है। 

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण 

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारणों में सबसे बड़ा कारण है असंतुलित आहार, जैसे बेकरी उत्पाद और कुकीज़, मीट (मांस) और डेयरी प्रॉडक्ट, कयोंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल बहुत ही अधिक मात्रा में होता है।

अत्यधिक धूम्रपान  

धूम्रपान करने से रक्त संचार की नलियों को बहुत नुकसान पहुंचता है, जिसकी वजह से उनमें वसा जमा होने लगती है, धूम्रपान करने से आपके अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम हो जाता है।

मेहनत या व्यायाम की कमी  
नियमित व्यायाम करने से शरीर में HDL cholesterol मतलब अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलेगी, नियमित व्यायाम नही करने से, 'अच्छा' कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है, जबकि 'खराब' कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लग जाती है।

बढ़ती उम्र

जब इंसान की उम्र बढ़ती है तो, उम्र बढ़ने के साथ-साथ उसके शरीर में भी विकृति आ जाती है, इसकी वजह से भी ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना होती है, क्योंकि लीवर भी कमजोर हो जाता है, और वह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सक्षम नही होता। 

LDL Cholesterol मतलब खराब कोलेस्ट्रॉल से बचने के या कम करने के लिए हम इन घरेलू उपायों के बारे में जानते हैं..

1. रोजाना एक्सरसाइज/व्यायाम करने से मोटापा तो कम होता ही है, साथ में फिजिकल फिटनेस भी आती है, इसलिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें, इससे LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, और अच्छे HDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है। 

2. ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिससे शरीर में खतरनाक LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है, इसके लिए ऑलिव ऑयल, बादाम, अखरोट, एवोकाडो, कम वसा युक्त खाद्य पदार्थ आदि का सेवन भी कर सकते हैं।


3. स्मोकिंग करने से आपके दिल और शरीर का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, जिसकी वजह से वह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित नहीं कर पाता, और इससे स्थिति ज्यादा खतरनाक हो सकती है, इसलिए स्मोकिंग करने से बचें। 


4. ओमेगा-3 ऐसा फैटी एसिड होता है, जिसका सेवन दिल को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी होता है, अलसी Linum के बीज में बहुत ज्यादा होता है, यह सीफूड या फिश ऑयल जैसे सप्लीमेंट्स में भी होता है।


5. अपने भोजन और व्यायाम पर ज्यादा ध्यान दें, क्योंकि अगर यह पर्याप्त नहीं हैं, तो ऐसी स्थिति में आपको दवाइयां भी लेनी पड़ सकती हैं, तेल में तला हुआ खाने की बजाय भुना हुआ खाने की कोशिश करना चाहिए।  


6. आपको ज्यादा फाइबर युक्त खाद्य-पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए, जैसे कि साबुत अनाज, बीन्स, ताजे फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं, ऐसे भोजन को कम कर दें,  जिसमें ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल और वसा, जैसे कि बीफ, पनीर, मलाईदार दूध, घी, अन्य तैलीय पदार्थ, क्योंकि इन सभी में ज्यादा वसा होती है।


डॉक्टर से सलाह जरूर लें, और कोलेस्ट्रॉल की जांच नियमित कराएं। 

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