इम्यूनिटी क्या होती है: हमारे शरीर की टॉक्सिन्स से लड़ने की क्षमता को इम्यूनिटी (Immunity) कहते हैं, अब ये टॉक्सिन्स क्या है ये भी जानते हैं, फंगस, वायरस, बैक्टीरिया, पैरासाइट या और भी कई नुकसानदायक पदार्थ, आदि को टॉक्सिन्स कहते हैं।
इम्यूनिटी होती क्या है, और यह कैसे जानें कि हमारी इम्यूनिटी कमजोर है या मजबूत
What is immunity:- हमारी मजबूत इम्यूनिटी हमें फेफड़ों (लंग्स) इन्फेक्शन, हेपेटाइटिस, किडनी इन्फेक्शन सहित और भी कई कई बीमारियों से बचाने के साथ साथ हमें सिर्फ सर्दी, खांसी से भी बचाती है।
दिन ब दिन हमारा वातावरण इतना खराब होता जा रहा है कि हमें पता भी नहीं चलता कि हम खाने, पीने और सांस लेने के साथ कितने ही हानिकारक तत्वों को अवशोषित करते हैं, ऐसे में जिनका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है वो लोग तो इन बाहरी संक्रमणों से अच्छी तरह से लड़ सकते हैं, और बीमार भी नहीं पड़ते, लेकिन वहीं अगर हमारी Immunity (प्रतिरोधक) छमता कमजोर है तो, हमें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
जानिए कि आपकी इम्यूनिटी कैसी है :
यदि आपके मन में भी यह सवाल उठता है कि हम ये कैसे जानें कि हमारी Immunity कैसी है, तो आप इसके बारे में ब्लड की जांच करवा कर उसकी रिपोर्ट से पता कर सकते हैं, लेकिन कई बार इसके बारे में हमारा शरीर भी हमें कई तरह के सिग्नल्स (संकेत) देने लगता है।
कैसे पता चलेगा कि हमारी इम्यूनिटी या प्रतिरोधक छमता कैसी है (How to know your immunity is weak or strong)
अक्सर बीमार, एलर्जी या संक्रमित होना
अगर आपको सर्दी, जुकाम, खांसी, गला खराब होना स्किन से संबंधित कोई समस्या या फिर आपको अन्य लोगों की अपेक्षा ज्यादा या बार-बार बीमार होने की शिकायत रहती है, या फिर मुंह के छाले, मसूड़ों में सूजन, डायरिया, थकान, आलस, आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स, शरीर पर लगे ऐसे घाव जो लंबे समय तक न भरते हों, नींद न आना, डिप्रेशन आदि, आपकी खराब इम्यूनिटी के कारण ही हैं।
कमजोर इम्यूनिटी क्या है इसके बारे में और विस्तार से समझते हैं
एलर्जी
एलर्जी कई तरह से होती है, जोड़ों में दर्द, आंखों में पानी आना, मौसम बदलते ही बीमार पड़ना, किसी खाद्य पदार्थ या खाने से रिएक्शन होना, स्किन में कोई इन्फेक्शन, पेट में बार बार खराबी, मतलब आपको बार-बार दस्त, गैस, सूजन, अल्सर, कब्ज, या ऐंठन की शिकायत रहती है तो ये सब आपके खराब इम्यून सिस्टम के ही लक्षण हैं। इन समस्याओं का बार बार होना, या फिर इनमें से कोई समस्या बहुत लम्बी अवधि तक ठीक ना होना यह दर्शाता है कि, आपका शरीर इनसे लड़ पाने में सक्षम नहीं है।
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विटामिन की कमी
वैसे तो हमारे शरीर को बहुत से विटामिन की जरूरत होती है, लेकिन इसमें विटामिन सी और डी ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं, विटामिन डी की कमी बहुत से लोगों में होती है, जबकि विटामिन डी इम्यूनिटी को बढ़ाता है, शरीर के ऐसे घाव जो कि लंबे समय तक न भर पा रहे हों, आलस, लगातार थकान, या नींद न आना, डिप्रेशन और आंखों के नीचे डार्क सर्कल आदि भी कमजोर इम्यूनिटी की वजह से ही होते हैं, खून की जांच में अगर आपको विटामिन डी की कमी है तो इसका लेवल बनाए रखने की कोशिश कीजिए।
कम काम में ज्यादा या फिर हर समय थकान महसूस होना
अगर आप अच्छी नींद लेने के बाद भी थकान महसूस करते हैं, या हमेशा सुस्ती और थकान बनी रहती है, बार बार बीमार पड़ना भी यह दर्शाता है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, जो कि हमारी सेहत पर गलत प्रभाव डालता है, इसकी वजह से हमें थकान के साथ साथ बालों के टूटने, झड़ने की समस्या भी होने लगती है। हमारा इम्यून सिस्टम बीमारी, वायरस और खराब बैक्टीरिया आदि से लड़ता है, एनीमिया, तनाव, नींद पूरी न होना, जुकाम, पेशाब में इन्फेक्शन, आदि भी हमारी इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) के कमजोर होने पर ही होते हैं।
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