What is Social Media? चलिए आज जानते हैं कि यह सोशल मीडिया क्या है, सोशल मीडिया का मतलब क्या होता है और सोशल मीडिया का महत्व आदि के बारे में
What is Social Media सोशल मीडिया क्या है ?
यह सवाल बहोत से लोगों के मन में आता होगा कि आखिर ये (Social Media) सोशल मीडिया है क्या चीज..?और ये काम क्या करता है, हमारे किस काम आता है, और हमारे व्यक्तिगत जीवन में इसका क्या महत्व है?
आइए आज आपके मन में उठने वाले इन सवालों पर हम आपको बताते हैं कि ये 'सोशल मीडिया' क्या है, ये किस तरह, क्या काम करता है, और हमारे किस काम में आता है, इसकी विशेषता क्या है, इसका स्वरूप, और इसका इस्तेमाल कैसे होता है..
Social Media: पहले समझते हैं, सोशल मीडिया का मतलब क्या है
सोशल मीडिया का आशय हमारे या एक दूसरे के पारस्परिक संबंध बनाए रखने के लिए एक ऐसा नेटवर्क (अंतर्जाल) जो किसी अन्य माध्यम से निर्मित एक ऐसा आभासी समूह है, यह हमारे या फिर बहोत से व्यक्तियों और समुदायों (संगठनों) में सूचनाओं को साझा(आदान प्रदान)करना, तथा सहभागी बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
सोशल मीडिया उपयोग सामाजिक संबंध बनाने के अलावा भी इसकेे उपयोगकर्ता के लिए साझा करने वाली सामग्री के संशोधन, और उच्च गुणवत्ता के लिए उच्च पारस्परिक मंच (प्लेटफार्म) बनाने के लिए मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, टेलिविजन, और वेबसाईट पर आधारित (टेक्नोलॉजी) प्रौद्योगिकियों के प्रयोग के रूप में देखा जा सकता है।
Social Media: ये कैसा होता है, इसका स्वरूप कैसा होता है ?
सोशल मीडिया के अनेकों रूप हैं, जैसे लेख (आर्टिकल) वेबलॉग, इन्टरनेट फोरम, माइक्रोब्लागिंग, सामाजिक ब्लॉग, सोशल नेटवर्क, फोटोग्राफ, फोटो, विडियो, पॉडकास्ट, आदि सभी इसके अन्तर्गत आते हैं। यह अपनी सेवाओं के अनुसार हमारे लिए कई संचार टेक्नोलॉजी के रूप में सोशल मीडिया (Social Media) उपलब्ध हैं, जैसे कि..
व्हाट्सएप, फेसबूक, ट्विटर, विकिपीडिया, यूट्यूब, इंस्टाग्राम आदि सभी दुनिया भर में सर्वाधिक लोकप्रिय सोशल साइट्स हैं, और इसी श्रृंखला में टीवी चैनल भी आते हैं।
Social Media: सोशल मीडिया की विशेषता क्या है ?
यह हमारे सामाजिक तथा पारंपरिक तरीकों से तो बिल्कुल ही अलग है, इसकी संरचना, इसकी पहुँच, इसके प्रकार, इसकी प्रयोजन प्रकृति, इसकी नवीनता (ताजगी) और सबसे बड़ी बात इसका स्थायित्व आदि जैसे बहोत सारे तत्व इसमें मौजूद हैं।
वर्तमान समय में इन्टरनेट के उपयोग करने से लोगों पर अनेकों प्रकार के अच्छे और विपरीत प्रभाव भी होते हैं, और पूरे विश्व में सर्वाधिक लोग जो इन्टरनेट का उपयोग करते हैं उनमें सबसे ज्यादा संख्या में और सबसे ज्यादा समय किसी अन्य चीजों को देखने की बजाय सामाजिक साइट्स (सोशल साइट्स) पर बहोत ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। अब पूरे विश्व में दो तरह की सभ्यताओं(सिविलाइजेशन) का दौर प्रारम्भ हो चुका है, एक वर्चुअल और दूसरा फिजीकल, सिविलाइजेशन।
आने वाले समय में दुनिया भर की पूरी आबादी (इंटरनेट)अंतर्जाल पर होगी, क्योंकि इंटरनेट एक ऐसी टेक्नोलाजी के रूप में हमारे समक्ष आया है, जिसका उपयोग कोई भी कर सकता है और यह सभी के लिए उपलब्ध भी है, और शायद सभी के हित में भी है।
सोशल नेटवर्किंग की जितनी भी साइट्स या प्लेटफार्म हैं, सभी सूचना और संचार का एक ताकतवर जरिया बनता जा रहा है, और इन्हीं की सहायताया माध्यम से लोग अपनी अपनी बात बिना किसी की दखलंदाजी सबके सामने के रख पाते हैं। और यहीं से सामाजिक (Social Media) सोशल मीडिया का विकसित स्वरूप प्रारम्भ हुआ है।
Social Media: सोशल मीडिया का व्यवसायिक इस्तेमाल
सोशल(सामाजिक) मीडिया (Social Media) की सामान्य लोगों तक पहुँच होने की वजह से ही लोगों तक विज्ञापन पहुँचाने को सबसे अच्छा माध्यम समझा जाता है, पिछले एक साल में ही इंडस्ट्रीयों में एक ऐसी क्रांति देखाई दे रही है।
कुछ ऐसे भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स हैं जहां पर उपभोक्ताओं का विभाजन उनके अलग अलग मानकों के हिसाब से किया जाता है, जिसमें उपभोगता की रूचि, उसकी उम्र, लिंग, और उसकी गतिविधियों को पूरी तरह ध्यान में रखते हुए उसकी अव्यशक्ता के अनुसार अलग अलग विज्ञापन दिखाए जाते हैं।
और इस तरह के विज्ञापनो के सकारात्मक प्रभाव भी मिल रहे हैं, और साथ ही साथ आलोचनाओ का शिकार भी होरहे हैं। सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से आप हर तरह के, और व्यापार के विज्ञापन भी दे सकते हैं, जिससे आप अपने व्यापार को और अधिक बढ़ा भी सकते हैं।
Social media: सोशल मीडिया की आलोचना/समालोचना (criticism)
सोशल मीडिया (Social Media) के अनेकों प्लेटफार्म(मोबाईल ऐप, वेबसाईट फोटो, विडियो) आदी के सरल प्रयोग, इसमें उपलब्ध जानकारीयां, उनकी कार्य क्षमता और इनकी विश्वसनीयता के आधार इनकी आलोचना/समालोचना होती रहती है।
वहीँ दुसरी ओर सोशल मीडिया साइट्स की संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिसके बहोत सारे नुकसान भी हैं, ये साइट्स लोगों के ऑनलाइन शोषण का साधन भी बन रही हैं, जिसकी वजह से ऐसे कई केस दर्ज कराए जा हैं जिनमें सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म्स का बहोत ही गलत प्रयोग कर लोगों को आर्थिक, सामाजिक, तथा व्यक्तिगत तरीकों से नुकसान पहुँचाने के साथ साथ अनेकों गलत विचार एवम प्रवृत्तियों के लिए किया गया था।
हालाँकि कुछ सोशल साइट्स अपने उपभोक्ताओं को एक प्लेटफॉर्म्स से दुसरे प्लेटफॉर्म्स से जोड़ने, एक दूसरे से संवाद करने की ढेरों सुविधा प्रदान करते हैं लेकिन बहोत से प्लेटफॉर्म्स (सोशल साइट्स) अपने उपभोक्ताओं को इस तरह की सुविधा नहीं प्रदान करते, जिसकी वजह से ये आलोचनाओ का शिकार भी बनते रहे हैं।
बगैर सोचे समझे अगर किसी व्यक्ती ने कोई गलत पोस्ट, फोटो या विडियो, अपलोड कर दिया, या फिर किसी भी धर्म संप्रदाय के खिलाफ कुछ हरकत कर दी तो यह बहोत ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है, लेकिन कई बार यही सोशल मीडिया कई आपत्तिजनक हालत को सुलझाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सोशल साइट्स पर विज्ञापनों की भरमार है जो कई बार इसके उपयोगकर्ताओं के लिए भी बहोत बड़ी परेशानी बन जाते हैं, जिसकी जवाबदारी लेने वाला कोई नहीं है।
सोशल मीडिया (Social Media) की आलोचना उसके विज्ञापनों के लिए भी की जाती है। इस पर मौजूद विज्ञापनों की भरमार उपभोक्ता को दिग्भ्रमित कर देती है तथा ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एक इतर संगठन के रूप में काम करते हैं तथा विज्ञापनों की किसी बात की जवाबदेही नहीं लेते हैं जो कि बहुत ही समस्यापूर्ण है।
सुरू सुरू में जब इंटरनेट आया था तब हमारे देश(भारत) में ऐसा माहौल बन रहा था कि मानो अंग्रेजी पूरे देश पर कब्जा जमा लेगी, लेकिन आज सब कुछ हमारी राष्ट्रीय भाषा (हिन्दी) में चलने लगा है और ये हमारे देश के अलावा भी कई दूसरे देशों में भी हिंदी अपने पैर पसार रही है, हम ऐसा भी कह सकते हैं कि हिन्दी भाषा पूरे विश्व में अपनी पकड़ मजबूत करने लगी है।
सोशल मीडिया (Social Media) में हिंदी भाषा का वर्चस्व बहोत तेजी से बढ़ने का प्रमुख कारण यह है कि हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हमारी अभिव्यक्ति का सशक्त एवं वैज्ञानिक माध्यम है, हिन्दी में लिखी गई पोस्ट की भावनावों को समझने में जरा भी असुविधा नहीं होती, और लिखी हुई सारी बातें उसके पाठक तक उसी भाव में पहुँचती है, जिस भाव(मूड) से उन्हें लिखा जाता है। इसी वजह से हिन्दी सोशल मीडिया की प्रमुख भाषा बनती जा रही है।
इन्हें भी पढ़े :

0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam link in the comment box