Chanakya Niti: Motivational Quotes
Chanakya Niti: धन की प्राप्ति, और घर में हमेशा बरकत बनी रहे, इसके लिए क्या कहती है चाणक्य नीति
आचार्य चाणक्य एक महान रणनीतिग्य, राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ थे उन्होंने वर्तमान और भविष्य में इंसान के जीवन को व्यक्तिगत, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, धार्मिक और आर्थिक रूप से सफल बनाने के लिए बहुत सी बातें अपनी पुस्तकों में कही है।
वास्तविक जीवन में सफलता के लिए आचार्य चाणक्य द्वारा रचित नीति शास्त्र में ऐसे बहुत से वर्णन श्लोकों के माध्यम से किए गए हैं, उन्होंने बताया है कि मनुष्य का आचरण (स्वभाव) कैसा होना चाहिए और जो मनुष्य अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो कुछ बातों को लेकर उन्हें अपने मन में दृढ़ निश्चय कर लेना चाहिए..!
उन्हीं में से एक है धन की प्राप्ति और बरकत जिसके लिए आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक कहा है
"परोपकरणं येषां जागर्ति हृदये सताम्। नश्यन्ति विपदस्तेषां सम्पद: स्यु: पदे पदे"
इस श्लोक के माध्यम से उन्होंने इस विषय में भी बताया है कि मनुष्य को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा अगर वो अपने मन में दृढ़ निश्चय कर ले।
इस श्लोक के माध्यम से आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस किसी भी मनुष्य के दिल में दूसरों का भला या उपकार करने की भावना बनी या जाग्रत रहती है, उनकी समस्त मुसीबतें, विपत्तियां नष्ट हो जाती हैं और उन्हें हर कदम पर धन-संपत्ति, यश की प्राप्ति होती रहती है, और उन पर आने वाली विपत्तियां भी धीरे धीरे दूर होने लगती है।
इसीलिए आचार्य चाणक्य ने बताया है कि हर मनुष्य को अपने जीवन में हमेशा परोपकार की भावनाओं से परिपूर्ण होना अत्यंत आवश्यक है, आचार्य चाणक्य के अनुसार परोपकार में ही समस्त मनुष्य प्रजाति के जीवन का सार निहित होता है।
जिनके हृदय में हमेशा परोपकार की भावना होती हैं वे लोग अपने जीवन में कभी मुसीबत का सामना नहीं करते, और उनके सामने आने वाली सभी कठिनाइयां स्वतः अपने आप खत्म हो जाती हैं।
और वो लोग हर कदम पर, हर समय सफलता प्राप्त करते हैं। और यह बात सर्वविदित है कि परोपकारी व्यक्ति हमेशा सुखमय जीवन व्यतीत करता है।
मोटिवेशन > भी पढें..

0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam link in the comment box